नीचता Baseness

नीचता villainy

1
हैं मनुष्य के सदृश ही, नीच लोग भी दृश्य ।
हमने तो देखा नहीं, ऐसा जो सादृश्य ॥

The base resemble men in outward form, I ween (imagine); but exact counterpart of them I have never seen.

Explanation :- ‘They really look very like men; but are not so.’
 
 
2
चिन्ता धर्माधर्म की, नहीं हृदय के बीच ।
सो बढ़ कर धर्मज्ञ से, भाग्यवान हैं नीच ॥

The base must be luckier than those of grateful heart, for their minds are free from every anxious thought.

Explanation

The Base know no gratefulness.] [Irony is used. The base are destitute of feeling and sympathy.
 
 
3
नीच लोग हैं देव सम, क्योंकि निरंकुश जीव ।
वे भी करते आचरण, मनमानी बिन सींव ॥


The base are as the gods; they too do what they list (wish) to do.

Explanation

Use of irony by the poet. The base are entirely given to arrogance and self-will. 

"Fools make a mock at sin." 
 
 
4
मनमौजी ऐसा मिले, जो अपने से खर्व ।
तो उससे बढ़ खुद समझ, नीच करेगा गर्व ॥


 
 
5
नीचों के आचार का, भय ही है आधार ।
भय बिन भी कुछ तो रहे, यदि हो लाभ-विचार ॥
 
 
6
नीच मनुज ऐसा रहा, जैसा पिटता ढोल ।
स्वयं सुने जो भेद हैं, ढो अन्यों को खोल ॥
 
 
7
गाल-तोड़ घूँसा बिना, जो फैलाये हाथ ।
झाडेंगे नहिं अधम जन, निज झूठा भी हाथ ॥
 
 
8
सज्जन प्रार्थन मात्र से, देते हैं फल-दान ।
नीच निचोड़ों ईख सम, तो देते रस-पान ॥
 
 
 9
खाते पीते पहनते, देख पराया तोष ।
छिद्रान्वेषण-चतुर जो, नीच निकाले दोष ॥
 
 
10
नीच लोग किस योग्य हों, आयेंगे क्या काम ।
संकट हो तो झट स्वयं, बिक कर बनें गुलाम ॥


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